प्रश्न : प्रिय गुरूदेव जीवन की परिभाषा क्या है? हुम एक खुशहाल जीवन के लिए क्या कर सकते हैं?
’आर्ट ऑफ लिविंग’ इसी के बारे में है। जीवन परिभाषा से परे है। जीवन इतना विशाल है कि कुछ शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। खुशी हमारा स्वभाव है पर उसकी खोज में कहीं हम वो खो देते है। आध्यात्मिकता का अर्थ है ऐसी मुसकान लाना जो तुमसे कोई ले नहीं सकता। एक बार यह पा लेने के बाद तुम्हे सारा अतीत एक सपने जैसा लगता है। वर्तमान क्षण मे खुशी ही है और अपनी खुशी के लिए तुम दूसरों पर निर्भर नहीं हो। खुशी केवल अपने मन पर निर्भर करती है। जब मन अतीत की छापों और भविष्य की चिन्ता से मुक्त होता है, तो खुशी इसी पल मौजूद है।
~श्री श्री रविशंकर

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