गर्मी के मौसम आ ही गया है और साथ ही मच्छर भी पैदा होने लगे हैं । मच्छरों के काटने से इस मौसम में बहुत सारे वायरल रोग फैलते हैं जिनमें से प्रमुख होते हैं डेंगू और चिकनगुनिया के बुखार । सामान्य तौर पर इन बुखारों को ठीक होने में दस से बीस दिन तक का समय लग जाता है लेकिन समस्या तब ज्यादा हो जाती है जब इन बुखारों में प्लेटलेट्स कम हो जाने लगती हैं । शरीर को रोग प्रतिरोधी शक्ति कम हो तो जल्दी ही इन बुखारों की चपेट में आ जाने की सम्भावना होने लगती है । आज हम आपको ऐसे कुछ उपाय बता रहे हैं जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति को बढ़ा कर आपको डेंगू और चिकनगुनिया के बुखारों से बचा सकते हैं ।
डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए तुलसी के पत्ते और अजवायन :-
तुलसी को आयुर्वेद में एक बहुत ही विशेष औषधि माना गया है जो कई तरह से शरीर के ऊपर अपने लाभकारी प्रभाव दिखाती है । तुलसी के दस पत्ते और आधा चम्मच अजवायन के दाने लेकर उनको दो कप पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा अर्थात एक कप शेष रह जाये । फिर इसको पीने लायक ठण्डा होने पर छान कर पी लीजिये । इस तरह यह प्रयोग रोज दो बार करने से शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति मजबूत होती है ।
डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए पपीते के पत्ते :-
सामान्यतः पपीते के पत्तों का प्रयोग प्लेटलेट्स कम हो जाने के बाद ही किया जाता है । लेकिन आधुनिक रिसर्च बताते हैं कि यदि सामान्य व्यक्ति पपीते के पत्तों का काढ़ा बनाकर रोज दो बार पिये तो उसको डेंगू और चिकनगुनिया के बुखार होने का खतरा बहुत कम हो जाता है और यदि ये बुखार हो भी जाये तो प्लेटलेट्स ज्यादा कम नही होती हैं ।
डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए हल्दी का प्रयोग :-
हल्दी वाले दूध का प्रयोग और सेवन बहुत से लोग करते हैं और यह शरीर के लिये बहुत लाभकारी भी होता है । इससे शरीर में वायु के उपद्रव शान्त होते हैं । लेकिन यदि रोज सुबह और शाम के समय दूध की जगह गुनगुने गर्म पानी में हल्दी चूर्ण मिलाकर सेवन किया जाये तो यह शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है । हर उम्र में इसको मात्रा घटा बढ़ा कर पिया जा सकता है ।

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